जी में आता है तेरे दामन में सर झुका कर हम...

यूँ तो अकेला भी अक्सर गिर के संभाल सकता हूँ मैं,
तुम जो पकड़ लो हाथ मेरा दुनिया बदल सकता हूँ मैं...
तुम जो पकड़ लो हाथ मेरा दुनिया बदल सकता हूँ मैं...

होंठ पर लिए हुए दिल की बात हम
जागते रहेंगे और कितनी रात हम...
जागते रहेंगे और कितनी रात हम...

kaafi tabaahi type ghazal hai by god par phir tabhi toh ghazal hai
I'm quite partial to QB as well but there are days when I crave Abida's rendition. Haven't heard any other versions tbh.
Hahahahahaha yes back in the bay! And the barbaadiyaan!
