#IAmNotUntouchable
यह मेरा कुछ
निजी अनुभव है जो मैं पूर्वानुमान-श्रीगोवर्द्धनमठ, पुरी के 145th श्रीमज्जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंदसरस्वती जी से आशीर्वाद प्राप्त कर उन्हीं से दिखस्या ली। उसकी सन्दर्भ में एक थ्रेड +
7 फ़रवरी 2021 सतीला एकादशी के दिन मेने गुरुदेव से दीक्ष्या प्राप्त करने के लिए गोवर्धन मठ पूरी गया 5 फरवरी को मेरे मित्र के साथ। बहुत ही द्वेष था मन मे कि गुरुदेव से आशीर्वाद प्राप्त होने की सौभाग्य प्राप्त होगा कि नहीं! क्यूँ कि कुछ सज्जन ट्विटर पर उन्हें Casteiest +
छुआछूत, अछूत, विदेशी को मठ में आने नहीं देते, केवल द्विज को ही प्रवेश देते है एसे बतलाते थे। परंतु वह सभी गलत साबित हुए। वहां नहीं कोई sign board थी जहां ये लिखा है कि किसीका प्रबेश निषेध हो! मेने मठ के कार्यरत से भी पूछा कि क्या ये सच है मठ में केबल द्विज को ही आने देते? +
तो उन्होंने बताया कि यह व्यासपीठ है यहां सभी को allow है...पूरी के मंदिर में केवल हिन्दू, सनातनी को ही allow है। सही में कुछ लोग हिन्दुओं को भ्रमित करते है...थोड़ा दुख हुआ ये जानकर +
बाद में रबिबार को मे दिखस्या लि। उन्होंने मुझे रुद्राक्ष माला दिया और मैंने भी गुरुदेव को एक माला और एक गेरूआ वस्त्र दिया। गुरुदेव मेरे से कुछ कहा भि ओर मे उन्ही के हाथो से गुरुमंत्र भि लिया। +
मठ में रहा गुरुदेव की प्रवचन भि सुना। जगन्नाथ मंदिर दर्शन भी किया और पूरी कोणार्क मंदिर भी गया, गोवर्धन गोशाला गया, गोवर्धन चिकित्सालय भी देखा। वाकई गुरुदेव की सनातन धर्म के लिए जो कार्य कर रहे बो अतुलनीय हे ! मन मे बहुत बिचार आते थे एसा क्यूँ है कि कोई भी मीडिया वाले और +
सासनतंत्र क्यं उन्हें promote नहीं करते? लगता है यह एक सुनियोजित षड्यंत्र है हिन्दुओं को शास्त्र ओर परम्पराप्राप्त धर्माचार्य से अलग करने की! +
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