विडंबना देखिए, दिल्ली में आधे राज्य के मुख्यमंत्री @ArvindKejriwal ,जिनकी आधी ताकत भी 2015 में छीन कर LG को थमा दिया गया था, 3.5 साल कोर्ट में लड़ा,मात्र 1.5 साल काम करने को मिला, फिर वापिस संसद में कानून पास कर LG को दिल्ली का वाइसरॉय बना दिया गया,मगर साथ किसी ने नहीं दिया (1/n)
मगर जब भी कोई दिल्ली राज्य में घटना होती है, सारे लोग उस पर कुत्ते/बिल्ली की तरह टूट पड़ते है, उस बंदे के पास ना पुलिस है,ना अफसरों को सजा या ट्रांसफर करने की ताकत, केंद्र ने कभी उनके मुताबिक अफसर नही दिए, जो अच्छा काम करे, उसे तुरंत हटा दिया जाता था, 35 MLA पर झूठे केस किए (2/n)
इन 5 सालो में जितनी गंदी राजनीती केजरीवाल और उनका साथ देने वाले,अफसरों और उनके विधायको के साथ हुई, यह किसी से छुपा नहीं है, मगर लोकल मिडिया हो या नेशनल मिडिया,जितना हो सके केजरीवाल को गालियां देने, उनके राजनितिक कैरियर पर अकुंश लगाना, उन्हे हर त्रासदी के लिए जिम्मेदार बताना (3/n)
जिस व्यक्ती ने अस्पताल/शिक्षा को राजनितिक पटल दिया, जिस पर कोई बात नही करता था, जिस व्यक्ती ने अपना 40% बजट सिर्फ अस्पतालों/स्कूलों पर खर्च किया, आज इस बडी आपदा में जबकि अमेरिका, यूरोप तक की स्वास्थ्य प्रणाली ध्वस्त हो गईं,उसके मोहला क्लीनिक को टारगेट किया जा रह है, (4/n)
सोच कर भी ऐसे लोगो पर घृण आती है, जो बुद्धिमान जनता आज तक मंदिर/मस्जिद,धर्म, दारू के लिए वोट देती रही,जिन्होने कभी नहीं पूछा की अस्पताल/स्कूल किसलिए खराब है, आज वो भी व्हाट्स एप पर केजरीवाल को गालियां दे रहे है,आज जो देश भुगत रहा है,यह भाजपा/कॉन्ग्रेस की 70 साल की नाकामी है!(5/n)
राजनीती में हमेशा चेहरे बदलेंगे, मगर मुसीबत के वक्त जनता के लिए सिर्फ अस्पताल ही काम आएंगे, सोचिए केंद्र/हर राज्य भी अगर 15% बजट सिर्फ स्वास्थ पर पीछले 6 साल में लगा रहा होता तो आज हम इस शक्तिशाली हेल्थ सिस्टम से कोरोना को कबका हरा चुके होते, मुद्दों पर कायम रहे,झूट पर नही! (7/7)
याद रखना, केजरीवाल को आप गालियां दे कर, सिर्फ अपनी मंदबुद्धि/मूर्खता का प्रमाण दे रहे हो, आप उन लोगो को जड़ी बूटी दे रहे है,जो आपको मंदिर/मस्जिद और धर्म के राजनीति में उलझाए रखना चाहते है, अस्पतालो/स्कूलों की राजनीती को मार कर आप अपने खुद के पैर पर कुल्हाड़ी मार रहे हो!(6/n)