सुशांत सिंह के मर्डर के बाद मैंने एक भी वेब सिरीज़ भी नहीं देखी है..इसलिए नहीं कि मुझे कोई कट्टर जंग लड़नी है इन सबसे, लेकिन अब इन दोगले लोगों को पर्दे पर देखने का मन ही नहीं होता! सिरीज़ में कुछ और हैं और यहां असलियत में सारे के सारे कुछ और ही है..इनमें पैसा बरबाद करना बेकार है!
चूज़े जैसे सो कोल्ड सस्ते कलाकार एक दो वेब सिरीज़ में छोटा मोटा रोल करके खुद को सोशल मीडिया का भी माय बाप समझने लगे हैं! जिनमें न राष्ट्रवाद है, न देश हित की बात और ना लोगों से बात करने की तमीज है.. ऐसे लोगों के लिए लोग पूरी पूरी रात अपनी आंखें फाड़ फाड़कर वेब सिरीज़ देखते हैं..
और सुबह डंके की चोट पर कहते हैं कि हमने पूरी रात जागकर सिरीज़ खतम की.. और फिर उसी सिरीज़ के कलाकारों को दिनभर ट्रोल और मीम में लपेटते हैं.. मैंने शुरुआती लोक डाउन में २-५ सिरीज़ देखने की गलती कर दी थी, लेकिन फिर समझ आ गया कि ये हमारा मनोरजंन नहीं उनके पैसे कमाने के साधन है!
और मैंने उसके बाद न एक भी वेब सिरीज़ देखी है ना कोई शॉर्ट फ़िल्म और देखने का इरादा है.. मैं यह बिल्कुल नहीं कहती कि आप भी न देखे, बेशक आप देखे, लेकिन फिर रात रात भर उनकी वेब देखकर सुबह उनको राष्ट्रवाद सीखाने में मुझे तो कोई सेंस नहीं दिखता.. बाकी सबकी अपनी सोच है..