आखिरी पोस्ट है मोदी जी के लिए सुशांत केस से संबंधित।
@PMOIndia @narendramodi आज मैं मन की बात केह देती हूं आपसे। वो हीरो नहीं हीरा था। वह पथप्रदर्शक था हम जैसों के लिए। आप शायद समझे नहीं, क्यूंकि सत्ता से परे है ये। ये राजनीतिक नहीं संविधानिक मामला था जिसके लिए देश एकजुट हुआ था।
@PMOIndia @narendramodi आज मैं मन की बात केह देती हूं आपसे। वो हीरो नहीं हीरा था। वह पथप्रदर्शक था हम जैसों के लिए। आप शायद समझे नहीं, क्यूंकि सत्ता से परे है ये। ये राजनीतिक नहीं संविधानिक मामला था जिसके लिए देश एकजुट हुआ था।
वो ये ना कहता था कि मुझे पसंद करो वो हम सबको कहता था कि हम खुदको पसंद करें। सपने देखने के लिए कहता था, मेहनत करने के लिए उकसाता था। क्या यही उसकी गलती थी?
सुना था आपने भी घोर परिश्रम किया था इस मुकाम पर पहुंचने के लिए? चाय बेचने वाला एक मामूली बच्चा आज देश की कमान संभाल रहा है..
सुना था आपने भी घोर परिश्रम किया था इस मुकाम पर पहुंचने के लिए? चाय बेचने वाला एक मामूली बच्चा आज देश की कमान संभाल रहा है..
आपसे बेहतर कौन समझ सकता है सुशांत को? आप भी ताकतवर से लड़े थे, सोनिया सेना के खिलाफ खड़े थे। पर वो मर गया सर.. उसे मार दिया गया। क्या हम आज हार मान लें?
क्या हम ये मान लें इस देश में आम आदमी की आवाज नहीं सुनी जाएगी?
क्या इसे एक और इंसाफ के शोर का पन्ना समझ लें इतिहास का?
क्या हम ये मान लें इस देश में आम आदमी की आवाज नहीं सुनी जाएगी?
क्या इसे एक और इंसाफ के शोर का पन्ना समझ लें इतिहास का?
हम आवाज़ अगर उठाना बंद भी कर्दें, ये याद दिला दूं आपको कि "मन की आवाज़" पर किसिका काबू नहीं होता, उसे कोई नहीं दबा सकता।
आप इसे एक और इमोशनल पोस्ट समझ कर अनदेखा जरूर करदें पर शुरुआत यहीं से होती है भरोसे की उठने की और ये कब कौन सा रूप लेले ये आप भी नहीं जानते..
आप इसे एक और इमोशनल पोस्ट समझ कर अनदेखा जरूर करदें पर शुरुआत यहीं से होती है भरोसे की उठने की और ये कब कौन सा रूप लेले ये आप भी नहीं जानते..
इस बात पर गौर कीजिएगा @AmitShah "सरकारें आएंगी, जाएंगी, पार्टियां बनेंगी, बिगड़ेंगी मगर ये देश रहना चाहिए - अटल बिहारी वाजपेयी"
और हम ऐसा देश जहां न्याय के लिए भीख मांगने के बाद भी आपको केवल निराशा मिले, ये देश चल नहीं सकता सिर्फ चलाया जा सकता है।
और हम ऐसा देश जहां न्याय के लिए भीख मांगने के बाद भी आपको केवल निराशा मिले, ये देश चल नहीं सकता सिर्फ चलाया जा सकता है।
सुशांत, जियाह खान, दिव्य भारती, श्रीदेवी इन जैसे कईयों के लिए ये लड़ाई थी, जिसे फिर एक राजनैतिक मुद्दा बना दिया गया। आज फिर किसी चिता पर सियासत का खेल रचा गया। आज फिर लूटने वालों को ही ताकत का एहसास दिलाया गया और एक बार फिर सच्चाई की हार होती दिख रही है.. और ये सब याद रखा जाएगा।।
चाहे आज आप हम पर हंसें , पर सरकार हम ही से बनेगी और वो कोई भी सरकार हो सकती है।
सुशांत की न्याय की जंग जारी है।
आप याद रखें।
जय हिन्द।
@narendramodi @AmitShah
सुशांत की न्याय की जंग जारी है।
आप याद रखें।
जय हिन्द।
@narendramodi @AmitShah