हमेशा हमारे जहन में ये सवाल आता है कि हिंदुस्तान में धीरे धीरे अपराध, दंगे, देशविरोधी नारे कैसे बढ़ते जा रहे है। हालात ए वतन, कुछ ऐसा हो गया है 80% देशभक्त है और 20% देशद्रोही हो गया है। पर क्या ये आज कल में हुआ? ये कैसे हुआ और क्यों हुआ, अक्सर ये सवाल रहता है।
में जवाब देता हूं।
हम भारत के आज़ादी कि शाम बात करते है तो उस समय हमारी जनसंख्या लगभग 30 करोड़ 35 लाख थी। जिसमे से 84.1% हिन्दू थे, 9.8% मुसलमान थे, क्रिश्चियन 2.3% थे और अन्य में देखे तो सीख 1.89%, बुद्घिस्ट 0.74%, जैन 0.46% थे। इसमें जम्मू कश्मीर की जनसंख्या का अकड़ा नहीं है। ये अकड़ा 1951 का है।
अब हम बात करते है 2011 की, तो भारत की जनसंख्या लगभग 123.5 करोड़ थी। जिसमे हिन्दू 79.8%, मुसलमान 14.2%, क्रिश्चियन 2.3%, सीख 1.7% और अन्य 2% थे।
आप देखेंगे की सब जगह वृद्धि हुई है पर हिन्दुओं की प्रतिशत भागीदारी में लगभग 5% की गिरावट है।
अब सवाल ये उठता है कि हिन्दू कहा है हिंदुस्तान में। 1951 में 25 करोड़ 52 लाख 43 हजार 500 हिन्दू थे। जबकि 2011 में 98 करोड़ 55 लाख 30 हजार हिन्दू थे। मतलब कुल हिन्दुओं की वृद्धि 60 साल में लगभग 73 करोड़ की हुई है। जब की मुसलमानों का देखे थे वृद्धि हिन्दुओं से कहीं जायदा है।
अब बात करते है नाजायज रोहिंगया मुसलमान भारत में जायज़ भारतीय मुसलमान कैसे बन जाता है? इनकी जनसंख्या कितनी है?
मेरे कुछ विश्वशनीय श्रोत से मुझे ज्ञात हुआ कि भारत में करीब करीब 16 करोड़ लोग ऐसे है जिनके पास जो आधार कार्ड है, वो सरकारी वेरिफाई नहीं है।
अनुमन हमारा आधार कार्ड 7 से 14 दिनों में आता है, जब की फर्जी या ऐसे कहे की गलत तरीके से बनाया गया आधार कार्ड उपभोक्ता को तुरंत मोहिया करा दिया जाता है। इसको हम ऐसे भी देख सकते है कि पिछले कुछ सालों में बहुत से ऐसे लोग पकड़े गए जिनका दस्तावेज़ नकली था। https://www.indiatoday.in/india/story/bangladeshi-arrested-with-fake-aadhaar-indian-voter-cards-1630418-2019-12-21
अगर हम बात करते है बंगाल, बिहार के कुछ हिस्सों की तो जैसे ठाकुरगंज, किशनगंज, अररिया, पूर्णिया; दिल्ली और उत्तरप्रदेश के कुछ इलाके और कर्नाटक, केरला और तमिनाडु भी इस साजिश के तहत मुस्लिम समाज की वृद्धि देख रहा है। ये हमारे देश की आंतरिक सुरक्षा और संरक्षा के लिए एक खतरा है।
क्या है इनकी साज़िश? क्यों हो रहा है ऐसा?
अगर हम हाल ही में ज़ाकिर नायक का एक बयान देखे तो उस से साफ पता चलता है कि इनका एक ही मकसद है। भारत में इनका शासन और भारत को टुकड़ों में बाट देना ही इनकी मात्र मंसा है। ये लोग कहते है कि भारत हमारा देश है, पर क्या सच में ये ऐसा मानते है?
गजवा ए हिन्द क्या है?यह कट्टर मुस्लिम धर्म गुरुओं द्वारा चलाया जा रहा एक विध्वंसकारी मिशन है।जिसका मकसद पूरी दुनिया में हिन्दू धर्म सहित अन्य सभी धर्मों को क्रूरता की सारी हदें पार करते हुए, समूल खात्मा करके पूरी दुनिया पर अल्लाह की शान में मुसलमानों की हुकूमत कायम करना है।
ये लोग भारत के टुकड़े करना चाहते है। भारत को ये इस्लामिक राष्ट्र बनाना चाहते है। अतंकवाद और जनसंख्या वृद्धि इस पूरे साजिश का एक छोटा हिस्सा है। आपने ये नक्शा बहुत बात अतंकवादी और देशविरोधी लोगों द्वारा ट्वीट करते हुए देखा होगा। 👇👇👇
मेरा आप सब हिन्दू भाई और बहन से आग्रह है आइए अब अपने निजी स्वार्थों को त्याग कर, हिन्दू और हिंदुस्तान के शौर्य और अखंडता के लिए कार्य करे। हमारी एकता ही हमारी ताकत है। इनके भ्रम जाल में हम नहीं फसेंगे। इनकी मीठी मीठी बातों में अब हम नहीं आयेंगे।
हम अपना अखंड भारत फिर बनाएंगे।
जागो मेरे हिन्दू भाईयो और बहनों, धायन रहे की कहीं देर ना हो जाए। आओ हम सब मिल कर नए भारत, हां भाई अपने सपनों के भारत का निर्माण करे। इंसानियत भाईचारे और सेक्युलरिज्म के अफीम जाल से बाहर आकर, दुनिया को दिखा दे की हम राम और परशुराम दोनों के वंसज है।
जय जय श्री राम 🚩🚩
जय हिन्द 🇮🇳
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