गांधी ने नेहरू को क्यों चुना-
1- 1947 में पटेल की उम्र 72 हो चुकी थी और वह अस्वस्थ रहते थे। मणिबेन की डायरी से उनकी बीमारी का पता चलता है।1948 में उन्हें दिल का दौरा पड़ा और छह महीने शिमला में रहना पड़ा। 1950 की गर्मियों में वह फिर बीमार पड़े और दिसंबर में मृत्यु हुई। 1/2
2- हैरो और आक्स्फ़र्ड में पढ़े नेहरू न केवल विदेशी मामलों के बड़े जानकर थे बल्कि विश्वनेताओं से उनकी मित्रता थी। जनता में उनकी लोकप्रियता भी गांधी में बाद सबसे अधिक थी। वह पटेल से 14 साल छोटे थे और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में सबसे युवा। पटेल भी इससे सहमत थे।
3- नेहरू की छवि समाजवादी और सेक्यूलर थी। गांधी की बिड़ला के घर रुकने की बात सब जानते हैं लेकिन कम लोग जानते हैं कि गृहमंत्री बनने के पहले तक बिरला हाउस पटेल जा स्थायी निवास था। नेहरू युवाओं, किसानों और मज़दूरों में बेहद लोकप्रिय थे।
4- राजाओं के साथ पटेल के अच्छे व्यवहार के कारण माउंटबेटन चाहते थे कि पटेल गृह विभाग सम्भालें। उन्हें डर था कि राजाओं के ख़िलाफ़ बने संगठन के प्रमुख रह चुके नेहरू उन्हें कुछ नहीं देंगे और ज़्यादा सख़्ती से पेश आएँगे। पटेल ने एकीकरण के दौरान राजाओं के हितों का ध्यान रखा भी।
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