1/ 15: उत्तर प्रदेश में योगी के CM बनने के बाद से अकेले दिसंबर 2019 तक 5178 एनकाउंटर्स हुए थे। पहला साल तो एनकाउंटर पर एनकाउंटर होते हुए बीता। तब जाति नहीं देखी गई तो अब #VikasDubey का क्यों देखेगी सरकार? 103 अपराधियों की एनकाउंटर में मौत हुई थी तब तक। 1859 घायल हुए...
2/ ...थे। अब आप बताइए, क्या कुछ लोग इसे बार-बार & #39;ब्राह्मणों पर अत्याचार& #39; बता कर विपक्षी दलों के उस प्रोपगंडे को आगे नहीं बढ़ा रहे, जो बार-बार CM योगी को अजय कुमार बिष्ट बता कर संबोधित करते हैं।
3/ लोगों का पूछना था कि घर क्यों ढाह दिया। रिश्तेदारों को क्यों गिरफ्तार कर रहे हैं। उसने पुलिसकर्मियों को मार कर सीधा सरकार को चुनौती दी, पुलिस सिस्टम से पंगा लिया- इसीलिए ये पुलिस के लिए व्यक्तिगत मसला भी है और ये सरकार अपराधियों के मामले में खुली छूट देती है, किसी...
4/ ...के दबाव में झुकती नहीं। अपराधियों के घर में रिश्तेदारी कर इतराने वालों को भी सन्देश है कि किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। घर ध्वस्त करना, रिश्तेदारों पर नकेल कसना और ताबड़तोड़ एनकाउंटर्स- डर बैठाने के लिए सब ज़रूरी है।
5/ विकास दुबे के ब्राह्मण होने का बहाना बनाने वाले आजमगढ़ में समानांतर सत्ता चलाने वाले आज़म खान को याद करें। मुसलमान है। वो खुद सांसद है। उसकी पत्नी विधायक है। उसका बेटा विधायक है। उसकी यूनिवर्सिटी के कई हिस्से ध्वस्त किए गए। आज वो तीनों जेल में है। देश की किस सरकार...
6/ ...में हिम्मत है ऐसा करने की? इसीलिए अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी वाले बहाने नहीं चलेंगे। अतीक को देवरिया जेल और मुख्तार को आगरा जेल में दूर इसीलिए ट्रांसफर किया गया ताकि वो जेल से अपराध का सम्राज्य न चला सकें और योगी सरकार के अंदर अगर इन पर एक हत्या का भी आरोप लगा...
7/ ...तो बख्शा नहीं जाएगा, इन्हें भी पता है। आपको क्या लगता है? इनके गैंग को छोड़ दिया गया? अब विकास दुबे के बहाने इन सब पर और कार्रवाई हो रही है।
8/ और हाँ, अपराधी जब जनप्रतिनिधि बन जाते हैं तो उन पर कार्रवाई कठिन हो जाती है। लेकिन योगी तब भी इन्हें नेस्तनाबूत किए हुए हैं। विकास ने सीधा सत्ता को चुनौती दी है, उस आदमी का ईगो हर्ट किया है जिसे अपराध बर्दाश्त नहीं। जिसने दंगों में हुए एक-एक पाई के नुकसान की वसूली...
9/ ...कर के भरपाई कर ली। तब तो बड़ी तालियाँ पीट रहे थे हम और आप? गरीब हो या अमीर, कजिस दंगेबाज को छोड़ा गया? जिस आदमी ने इसके लिए हाईकोर्ट से पंगा ले लिया, उसने घर ढहवा दिया तो क्या गजब हो गया? ये वो सरकार है जहाँ प्रदेश कॉन्ग्रेस अध्यक्ष भी गड़बड़ी करे तो पुलिस टाँग के...
10/ ...ले जाती है। फिर बाबा अचानक से बुरे कैसे हो गए?
11/ दरअसल, ये विकास दुबे को ब्राह्मण बताया इस्लामी कट्टरपंथियों वाली चाल है। शरजील इमाम, सफूरा जरगर, फैसल फारूक, इशरत जहाँ और ताहिर हुसैन जैसों पर कार्रवाई के बाद इस्लामी ऐसा ही अभियान चला रहे हैं। इसीलिए हम अपना स्तर गिरा कर विकास दुबे का समर्थन न करें। ये गाँव-जवार...
12/ ...का अपराधी था जो नेताओं के काम आता था। इसने मुख्तार और अतीक बनने की कोशिश की योगी राज में और मारा गया। जो लोग फलाँ-फलाँ से इसकी तुलना कर रहे हैं, उनसे बस एक सवाल- आपने इतनी बड़ी सङ्ख्या में एक आठ पुलिसकर्मियों को हत्या किसी एक आदमी द्वारा कब होते देखी-सुनी थी?...
13/ ...ऐसा तो नक्सली और आतंकी करते हैं।
14/ ये आपसी रंजिश की हत्या नहीं थी कि एक गुंडे ने दूसरे गुंडे के गैंग के किसी को मारा-मरवाया। ये शासन के साथ युद्ध था, जिसमें सत्ता क़ानून से पर जाकर प्रक्रिया अपनाएगा और हमें सवाल करने का हक़ नहीं है। दुबे हो, सिंह हो, अंसारी हो या सहनी हो- योगी राज में भेदभाव हो ही...
15/ ...नहीं सकता। बाबा क्रैक है। किसी अपराधी के जात वाले करीबी नेताओं की हिम्मत भी नहीं है कि उसके पास सिफारिश लेकर जाए। बाबा का ईगो हर्ट हुआ है, आगे कोई ऐसी हिम्मत न करे इसके लिए कड़ा सन्देश देना आवश्यक है।