Mythology हमारा इतिहास नहीं है
myth का अर्थ होता है "कल्पित_कथा" और NCERT हमारे बच्चों को श्रीराम ,श्रीकृष्ण के इतिहास को mythology अर्थात "कल्पित कथा ( पौराणिक कथा)" के नाम से first class से पढ़ाती है। @sattology
अपने इतिहास को mythology कहना बंद कीजिये, रामायण और महाभारत सिर्फ एक ग्रन्थ नही है वो इस बात का सबूत है की जब विश्व भूखा प्यासा यत्र तत्र भटक रहा था तब #भारत कितना समृद्ध था। #रामायण सिर्फ प्रभु श्री राम की मर्यादा नही है वो गवाह है कि जब विश्व को मनुष्य शब्द का अर्थ नही पता था
तब मर्यादा पुरुषोत्तम भारत मे जन्म ले चुके थे। महाभारत सिर्फ अर्जुन के गांडीव से निकले तीरों का वर्णन नही है वो सबूत है कि जब लोग लोहे लकड़ी में अन्तर नही जानते थे उस समय भारत की शस्त्र कला आसमान छू रही थी।
Mythology का अर्थ होता है पौराणिक कथाएं,
क्या रामायण_और_महाभारत पौराणिक कथा है? नही ये महाकाव्य है महाकाव्य और पुराणों के बीच अंतर समझना बहुत जरूरी है नही तो एक दिन अर्थ का अनर्थ कर बैठोगे। महाकाव्य हमेशा सत्य घटनाओं पर निर्भर होते है जबकि पुराण नैतिक शिक्षाओं पर। अंग्रेजो ने एक शब्द दे दिया और बस सबने पैर पकड़ लिए उनके
इसलिए सबकुछ सच है राम भी सत्य है और कृष्ण भी, हाँ ये बात सही है कि हम टेलीविजन पर जिस रूप में देखते हैं वास्तविकता उससे थोड़ी अलग हो मगर सत्य सत्य है। इसलिए रामायण और महाभारत को मिथ्या कहना बंद कीजिये, आज देश की सांस्कृतिक दुर्गति की सबसे बड़ी वजह ही यही है की हम अपना
इतिहास भूल बैठे हम बाबा आदम की नही महर्षि मनु की संतान है। इस्लाम तब तक भारत पर अपनी पताका नही फहरा सकता जब तक की आप खुद अपने धर्म से ना भटक जाए। श्रीराम श्रीकृष्ण के इतिहास को जब बच्चे mythology के रूप में पढेंगें तो वे पक्के वामपंथी और JNU के गद्दार छात्रों के जैसे ही बनेंगें।
Source: vedic science fb
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