नारी उत्पीडन की शुरुआत तब हुई जब हमने अपने इतिहास और आदर्शो से सीखने के बजाय उन्हें सिर्फ भगवान बना दिया।
भारतीयों की श्री राम में बहुत आस्था थी ओर है भी, इसलिए पहले एक समग्र भारत जो कि वैदिक सभ्यता में पुरुष और नारी में भेद नही करता था (इसका एक उदाहरण रामायण से मिलता है ..
भारतीयों की श्री राम में बहुत आस्था थी ओर है भी, इसलिए पहले एक समग्र भारत जो कि वैदिक सभ्यता में पुरुष और नारी में भेद नही करता था (इसका एक उदाहरण रामायण से मिलता है ..
जहाँ कैकयी खुद युद्ध लड़ने जाती है ओर राजा दशरथ को बचाती है, ऐसे ओर भी कई उदाहरण है)।
ऐसे समाज को पुरुष प्रधान बनाने की कोशिश में रामायण में कई मिलावट की गई, उत्तर कांड जोड़ा गया, ओर मूल रामायण में ऐसे श्लोक डाले गए जिसमे सीता की अग्नि परीक्षा बताई गई।
कभी सोचा कि क्यों?
ऐसे समाज को पुरुष प्रधान बनाने की कोशिश में रामायण में कई मिलावट की गई, उत्तर कांड जोड़ा गया, ओर मूल रामायण में ऐसे श्लोक डाले गए जिसमे सीता की अग्नि परीक्षा बताई गई।
कभी सोचा कि क्यों?