चंद्रशेखर आज़ाद के 'साथी' क्रांतिकारी, साहित्यकार, पद्म भूषण, सोवियत-नेहरू पुरस्कार और साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता यशपाल ने अपनी आत्मकथा में सावरकर के भाई को अपशब्द कहे। चलिए जानने की कोशिश करते हैं, यशपाल का स्वतंत्रता संग्राम में योगदान! »» https://twitter.com/ULtti_khopdi/status/1274751537005441026
भगवतीचरण वोहरा ने यशपाल के साथ मिलकर वाइसरॉय की ट्रेन पर ब्लास्ट का प्लान बनाया लेकिन बम का परिक्षण करते वक्त उनकी दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु हो गई, यशपाल को छोड़कर उनके दुसरे साथी भी घायल हो गए। यशपाल को एक खंरोच तक नहीं आई। इस घटना के बाद चंद्रशेखर आज़ाद का यशपाल से मतभेद हो गया। »
आज़ाद के संगठन HSRA में किसी क्रांतिकारी को प्रेम-संबंध की अनुमति नहीं थी लेकिन यशपाल की प्रेमिका प्रकाशो हमेशा उनके साथ ही रहती और इसी चक्कर में कई क्रांतिकारी ब्रिटिश पुलिस की चपेट में आ गए। 1930 में संगठन ने यशपाल को हत्या की सज़ा सुनाई, यशपाल भाग खड़े हुए। »»
क्रांतिकारी संगठन पहले से ही पैसे की कमी से जूझ रहा था और कभी कभी क्रांतिकारियों को भूखा सो जाना पड़ता था। आज़ाद और सुखदेव को संदेह था कि यशपाल संगठन के पैसे से अपने प्रेम संबंध और एशो-आराम का बंदोबस्त कर रहे थे। »»
चंद्रशेखर आज़ाद की मृत्यु के वक्त वो अल्फ्रेड पार्क में हैं इस बात की जानकारी बहुत कम लोगों को थी जिनमें नेहरू और यशपाल भी शामिल थे। पुलिस अधिकारी धर्मेन्द्र गौड़ ने लिखा है कि यह सब जानकारियां यशपाल ने ही ब्रिटिश राज तक पहुंचाईं थीं। अब मामला सच में बहुत गंभीर बन गया था। »
कुछ समय बाद पुलिस ने यशपाल को भी जेल भेज दिया लेकिन जानकारों का मानना है कि क्रांतिकारियों से यशपाल की सुरक्षा के लिए यह किया गया था। बाकी क्रांतिकारियों को फांसी, कालापानी जैसी कठोर सजाएं दी जाती थी तब ब्रिटिश पुलिस ने जेल में यशपाल की धूमधाम से शादी का प्रबंध किया। »
इस गुप्त दस्तावेज में यशपाल के बारे में क्या लिखा है पढ़िए।
भारत की स्वतंत्रता के बाद यशपाल साहित्यकार बन गए और आज़ाद, बिस्मिल, अशफाक जैसे क्रांतिकारियों को दरकिनार करते हुए नेहरू/इंदिरा गांधी ने यशपाल को पद्म भूषण, साहित्य अकादमी और सोवियत-नेहरू जैसे बड़े पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। »»
अब यह आप लोगों पर निर्भर करता है कि आप;

यशपाल के दावों को सच मानें!
गद्दार कौन था यह भी तय करें!
और यह भी आप पर निर्भर करता है कि इस ट्वीट शृंखला को आगे और लोगों तक बढ़ाया जाए या नहीं।
संदर्भ सूची-

Chandrashekhar Azad, by H R Satyanarayan Rao

आजाद और उनकी पिस्तौल, सत्यनारायण शर्मा

अमर शहीद चंद्रशेखर आज़ाद, सुधीर विद्यार्थी

सिंहावलोकन, यशपाल।
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