|| भगवत्स्मरण ||
In the words of पूज्यपाद श्रीउड़ियाबाबाजी, स्मरण का अर्थ है जप। जप के लिये, he suggested three Mantras:
१) हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे ।
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे ।।
२) ॐ नमो भगवते वासुदेवाय ।
३) ॐ नमः शिवाय ।
In the words of पूज्यपाद श्रीउड़ियाबाबाजी, स्मरण का अर्थ है जप। जप के लिये, he suggested three Mantras:
१) हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे ।
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे ।।
२) ॐ नमो भगवते वासुदेवाय ।
३) ॐ नमः शिवाय ।
जो जितना अधिक जप करेगा, उसको उतनी ही जल्दी सिद्धी प्राप्त होगी।
Let& #39;s talk about how many rounds he suggested. सबसे पहले आपके पास 108 दानों की माला होनी चाहिये।
Let& #39;s talk about how many rounds he suggested. सबसे पहले आपके पास 108 दानों की माला होनी चाहिये।
• उपर दिए हुए सोलह नाम वाले महामंत्र की कम-से-कम सोलह माला।
• द्वादशाक्षर मंत्र(दूसरा वाला) की कम-से-कम बारह माला।
• षडाक्षर मंत्र(तीसरा वाला) की कम-से-कम पचास माला नित्य फेरनी चाहियें।
This is the minimum count. However, you can extend it as much as you want.
• द्वादशाक्षर मंत्र(दूसरा वाला) की कम-से-कम बारह माला।
• षडाक्षर मंत्र(तीसरा वाला) की कम-से-कम पचास माला नित्य फेरनी चाहियें।
This is the minimum count. However, you can extend it as much as you want.
One thing to note here is that Shiva Puranas talks about initiation before the chanting of षडाक्षरी मंत्र(ॐ नमः शिवाय).