आर्य और द्रविड़ भारत को तोड़ने का एक नया तरीका!
- अर्जित दास

नमस्ते मित्रों इस लेख में मैं 10 points रखूंगा जिसमे से यह सिद्ध हो जाएगा कि आर्य और द्रविड़ का सिद्धान्त आधारहीन होने के साथ साथ एक बहुत बड़ा झूठ हैं !

Divide and rule politics ka ek Part hain...
1. आर्य द्रविड़ theory भारत को तोड़ने और भारत के लोगो को बाट कर देश मे अपनी राजनीति चमकाने वालो के द्वारा ज्यादा फैलाया गया अंग्रेज़ तो थे ही साथ ही साथ स्वघोषित बौद्धिक वर्ग भी इसमे था !

@SanjeevSanskrit @KapilMishra_IND @mysql_sync
2. यूरोप से जातिवाद का जहर भारत मे घोला गया ताकि भारत को बाटा जा सके वहां लोगो को 18 घण्टे दास बना कर रखा जाता था और यही चीज इन्होंने भारत मे पैदा करने की कोशिश की क्यों क्योंकि यदि किसी देश की संस्कृति को खत्म कर दी जाए तो उनका अस्तित्व समाप्त हो जाएगा जो आज इनकी औलादे कर रही है
3. अंग्रेज़ो को संस्कृत समझ में नही पाएं और
घबरा गए लेकिन हमें समझना होगा कि क्योंकि इन्होंने यह पहले linguistic theory के नाम पर "आर्य माइग्रेशन" कर रहे थे फिर खुदाई से मिले अवशेष के आधार पर चीखने लगे मतलब यह ऐसी पहली थ्योरी है जिसमे पहले ही Result Assume कर लिया जाता हैं ।
आर्य ,दनाव , दैत्य और द्रविड़ का अर्थ समझते हैं
●आर्य :- इस शब्द का अर्थ हैं जो ईश्वर को जानता हो ईश्वर के ज्ञान वेद को मानता हो अच्छे कर्म करता हो !
" आर्य ईश्वरपुत्र: (Nirukta 6-26) यह कोई जाति विशेष नाम नही बल्कि कर्म अनुसार क्वालिटी विशेष नाम हैं।
●दस्यु उसे कहते हैं जो ईश्वर की आज्ञा का पालन न करता हो भले लोगो का दुश्मन हो
Rigved 1-51-8 - मनुष्यों को दस्यु अर्थात् दुष्ट स्वभाव को छोड़ कर आर्य्य अर्थात् श्रेष्ठ स्वभावों के आश्रय से वर्त्तना चाहिये।तो देख लिया न दस्यु किसे कहते कर्मो और स्वभाव के आधार पर दस्यु कहा जाता है
●असुर :- अब जो अंधभक्त कहते हैं कि हम असुर के वंशज हैं उन पाचवीं फेल भाइयों और बहेनो को पहले जानना चाहिए कि "असुर" अथवा दैत्य कौन थे !
असुर भी हमारे ही पूर्वज थे दक्ष की पुत्री दिति और दनु से जो पुत्र हुए हिरण्याक्ष और हिरण्यकशिपु पैदा हुए जिन्होंने दानव कुल को आगे बढ़ाया
यह सभी मनु के पूर्वज थे इनका नाम दैत्य और दानव इसलिए पड़ा क्योंकि इनके माता का नाम दनु और दिति था !
●देव - देव दक्ष के बेटी अदिति के 12 बच्चे थे जो आगे चल कर देव कहलाये ! इनका सबसे बड़ा बेटा विवस्वान था और इनके नाम वेदों के मन्त्रो से लिये गए हैं आज भी भारत मे जितने नाम मिलते हैं वो वेदों से ही लिए गए हैं !
◆अब यह साफ हो गया कि असुर दैत्य दानव और देव यह सब हमारे पूर्वज थे इनमे जो गलत काम करता था आर्य कहलाता था और जो गलत काम करता था दस्यु कहलाता था !
इतना Clear हो गया अब बात करते हैं हड़प्पा और सिंधु घाटी सभ्यता पर जिसे यह लोग कहते हैं कि यह सभ्यता मूलनिवासियों थी एंड Blaa blaa !
तो यह theory अंग्रेजो द्वारा दी गई 1921 में इस सभ्यता के सबूत मिलने से पहले उनको न किसी हड़प्पा के बारे में पता था
न किसी और के बारे में लेकिन पशुपतिनाथ शिव भगवान की मूर्ति मिली वो झूठ उनके सभ्यता में शिलाजीत का उपयोग की जाता था मेडिसिन के रूप में वो भी गलत बस आप लोग सही ! वो भी बिना सबूत के आगे -
DNA जांच :- दिन भर DNA , DNA चीखने वाले नेशनल मीडिया के सामने DNA report रखते क्यों नही ? क्या report में कोई कमी है ? या समझ नही आ रहा कि इस बचकानी theory को पेश कैसे करें ?
DNA रिपोर्ट :- चलो मैं बात करता हूँ DNA रिपोर्ट पर श्रीमान वसंत शिंदे जी द्वारा रिसर्च की गई जिसमें उनके साथ HARVAD medical experts की टीम भी थी जिन्होंने बताया कि 12000 साल पहले एशिया में एक प्रकार का DNA पाया जाता था
जिन्होंने बताया कि 12000 साल पहले एशिया में एक प्रकार का DNA पाया जाता था जो इस बात का भी proof हैं कि हमारे पूर्वज पूरी दुनिया मे फैले हुए थे और हमारे बहुत से धर्म ग्रंथो में इस बात के सैकड़ो सबूत मौजूद हैं ! https://m.economictimes.com/news/politics-and-nation/rakhigarhi-dna-study-questions-aryan-invasion-theory-claims-author/articleshow/71001985.cms
द्रविड़ भाषा :- ऊपर दानव और दस्यु का मतलब समझाने के बाद अब आतें हैं द्रविड़ पर एक बात बोलना चाहूंगा की सोये हुए को उठाया जा सकता हैं सोने का नाटक करने वालो को नही " इस पोस्ट को देखने के बाद भी अगर यह लोग न माने तो कुछ नही किया जा सकता !
Proof
In the same way we have a look upon the theory of a dravidian race. of the aryan race theory is a myth theory of dravidian race is greater myth the name Dravida is the name od the speakers of a group of south asia. ( Origin and Spread of the Tamils - page 14)
2nd proof /7
It has been generally asserted and indeed belived the telugu as it's origin in language of Vedas.
(Cambell's Telugu grammar introduction p.15)
अब इतने सबूत दे दिए क्या यह लोग अब भी आर्य आर्य विदेशी विदेशी कहेंगे ?

8.मनुस्मृति में अखण्ड भारत :-
आसमुद्रात्तुवै पूर्वादासमुद्रात्तु पश्चिमात् तयोरेवान्तरं गिर्योरार्यावर्त विदुर्बधाः

मनु॰ २।२२
अर्थात्, पूर्व के समुद्र (बंगाल की खाड़ी) से लेकरपश्चिम के समुद्र (अरब सागर) तक तथा उत्तर में हिमालय पर्वत से दक्षिण में विन्ध्य पर्वत तक का प्रदेश ‘आर्यावर्त' है ।
(विंध्य पर्वत विंध्याचल का पर्वत नही हैं ) केरल के पर्वत हैं।
9:- बाबा साहेब को भूल गए यह :-
हँसी आती है यह सुन कर बाबा साहेब अम्बेडकर जी की बातें
शूद्र आर्य ही थे अर्थात् वे जीवन की आर्य पद्धति में विश्वास रखते थे। शूद्रों को आर्य स्वीकार किया गया था और कौटिल्य के अर्थशास्त्र तक में उन्हें आर्य कहा गया है।
शूद्र आर्य समुदाय के अभिन्न जन्मजात और समानित सदस्य थे।’’ (क्रांति प्रतिक्रांति बुद्ध तथा कार्लमार्क्स पृ0 322) ऐसे बहुत से प्रमाण हैं यह केवल एक प्रमाण
10:- अंत मे यह बोलना चाहता हूँ जिन लोगो को सच जानना हैं वो मानो जिन्होंने नही मानना वो तो बाबा साहेब की बात भी नही मानेंगे और आपका agenda चलाते रहेंगे ।

नमस्ते !
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