जमातियों के नाम पर शरीफ मुसलमानों को परेशान करने वाला, हर मुसलमान को पाकिस्तान भेजने वाला गोदी मीडिया, हिंदुस्तान की मिट्टी चूमकर सोने और जागने वाले मुस्लिम को आतंकी कहने वाला गोदी मीडिया, हिंदुस्तान की सड़कों पर लाखों मजदूरों को चलते देख कर आंखे बन्द कर लेने वाला गोदी मीडिया,
सड़क की झाड़ियों में भारत का लाल पैदा करने वाली औरत, गोदी मीडिया को दिखाई नहीं देती।
बेशर्म गोदी मीडिया को हर मुसलमान आतंकवादी दिखाई देता है और बेचारा मुसलमान अभी तक हर हिंदुस्तानी को अपना भाई समझता है।
बेशर्म गोदी मीडिया को हर मुसलमान आतंकवादी दिखाई देता है और बेचारा मुसलमान अभी तक हर हिंदुस्तानी को अपना भाई समझता है।
मैंने जब 2015 में साहित्य अकादमी पुरस्कार वापस किया था तो इसी चकले से निकले गोदी मीडिया ने पूरे मुल्क में खबर फैला दी थी कि मुनव्वर राना मोदी जी के जूते उठाने को तैयार हैं।
ये हिंदुस्तान के खून चूसते हुए उद्योगपति मजदूरों की लाशों को कफन तक न देने वाले बड़े लोग,
ये हिंदुस्तान के खून चूसते हुए उद्योगपति मजदूरों की लाशों को कफन तक न देने वाले बड़े लोग,
ये पूरे हिंदुस्तान की गरीबी को जंगल में भटकती औरत की तरह लूटने वाले हिंदुस्तानी दौलतमंदों की तादाद 100 करोड़ नहीं लगभग 45 करोड़ है। इन्होंने देश के नेताओं से मिलकर कौड़ी के मोल हिंदुस्तान का वो हिस्सा बेच दिया जिसे आज पाकिस्तान कहा जाता है।
इस मुल्क के 100 करोड़ हिंदुस्तानियों को याद रखना चाहिए कि गोदी मीडिया और आईटी सेल के गुंडों की मदद से ये हिंदुस्तान में कई हिंदुस्तान बना देंगे।