ज़रूरत तो नहीं थी किन्तु अब बात निकली है तो दूर तलक तो जाएगी ही।
आइए आज आपका थोड़ा गहराई से परिचय कराता हूं, #AntoniaMaino जी से और उनके परिवार से।
लगे हाथ आपको उनके अपराधिक मामलों के बारे में भी बताता जाऊंगा। https://twitter.com/Aabhas24/status/1253376270827581440">https://twitter.com/Aabhas24/...
आइए आज आपका थोड़ा गहराई से परिचय कराता हूं, #AntoniaMaino जी से और उनके परिवार से।
लगे हाथ आपको उनके अपराधिक मामलों के बारे में भी बताता जाऊंगा। https://twitter.com/Aabhas24/status/1253376270827581440">https://twitter.com/Aabhas24/...
चुनाव के हलफनामे (2004) में हमेशा यह दावा किया गया था कि #SoniaGandhi ने @Cambridge_Uni (स्निपेट -1) में अपनी पढ़ाई की है, जिसे कुछ समय बाद में कैंब्रिज के लेनोक्स कुक स्कूल में बदल दिया गया।
1972 में, #AntoniaMainoSonia ने सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ओरिएंटल फायर इंश्योरेंस के बीमा एजेंट रूप में अपनी नौकरी की शुरुआत की लेकिन अपने व्यवसाय के पते के तौर पर तत्कालीन प्रधान मंत्री और उनकी सास श्रीमती इंदिरा गांधी का आधिकारिक पता दिखाया।
ये सरासर एक अपराध था..
ये सरासर एक अपराध था..
रिकॉर्ड के अनुसार १९८३ में जाकर उन्होंने अपने इतालवी नागरिकता को छोड़ा था।
इस जानकारी के लिए @Swamy39 जी को जितना धन्यवाद दिया जाए उतना कम है।
इस जानकारी के लिए @Swamy39 जी को जितना धन्यवाद दिया जाए उतना कम है।
यह भी ध्यान दें कि सोनिया गांधी जी का नाम वास्तव में #AntanioMaino ही है, इसलिए इस नाम से पुकारने पर उनके चेले चपाटे इतना उत्पात क्यूं मचा रहे हैं ये थोड़ा समझ के बाहर है।
ये लोग शायद भूल गए है कि ट्विटर के एक महा ज्ञानी पुरुष का कहना है कि "नाम में क्या रखा है"
ये लोग शायद भूल गए है कि ट्विटर के एक महा ज्ञानी पुरुष का कहना है कि "नाम में क्या रखा है"
ये भी आपको बताता चलूं कि #AntoniaMaino के पिता ने WWII में पूर्वी मोर्चे पर हिटलर के साथी वेहरमैच के साथ युद्ध में भाग लिया था।
वह मुसोलिनी और राष्ट्रीय फासीवादी पार्टी के एक वफादार समर्थक भी थे।
स्टेफानो के साथ इस साक्षात्कार को आप यहां पढ़ सकते हैं। https://www.outlookindia.com/magazine/story/meeting-mr-maino/205112">https://www.outlookindia.com/magazine/...
वह मुसोलिनी और राष्ट्रीय फासीवादी पार्टी के एक वफादार समर्थक भी थे।
स्टेफानो के साथ इस साक्षात्कार को आप यहां पढ़ सकते हैं। https://www.outlookindia.com/magazine/story/meeting-mr-maino/205112">https://www.outlookindia.com/magazine/...
#AntoniaMaino का नाम 1980 के मतदाता सूची में पहले से ही था, जबकि 1983 तक उनका इतालवी पासपोर्ट भी वैध था।
कौन था इसके लिए जिम्मेदार ?
आम आदमी ऐसा कुछ कर सकता है ?
क्या ये अपराधिक मामला नहीं है ?
इस फोटोकॉपी को देखिए ज़रा..
कौन था इसके लिए जिम्मेदार ?
आम आदमी ऐसा कुछ कर सकता है ?
क्या ये अपराधिक मामला नहीं है ?
इस फोटोकॉपी को देखिए ज़रा..
परम प्रिय @JhaSanjay साहब,
जनवरी 1980 में मतदाता के रूप में #AntoniaMaino का अवैध पंजीकरण कानून का घोर उल्लंघन था जो कि वीजा को रद्द करने के लिए पर्याप्त था। लेकिन दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने उनका नाम 1982 में ही हटा दिया था।
क्यों हुआ ऐसा ?
कौन लोग थे इनके साथ ?
जनवरी 1980 में मतदाता के रूप में #AntoniaMaino का अवैध पंजीकरण कानून का घोर उल्लंघन था जो कि वीजा को रद्द करने के लिए पर्याप्त था। लेकिन दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने उनका नाम 1982 में ही हटा दिया था।
क्यों हुआ ऐसा ?
कौन लोग थे इनके साथ ?
आदरणीय @JhaSanjay साहब,
साथ ही ये एक बहुत ध्यान देने वाली और महत्वपूर्ण बात है कि आपकी नेता रूसी "भाषा" के अलावा "इतालवी" भाषा में भी बहुत धाराप्रवाह है, जबकि उन्होंने "अंग्रेजी" के लिए सिर्फ औपचारिक प्रशिक्षण लिया था।
साथ ही ये एक बहुत ध्यान देने वाली और महत्वपूर्ण बात है कि आपकी नेता रूसी "भाषा" के अलावा "इतालवी" भाषा में भी बहुत धाराप्रवाह है, जबकि उन्होंने "अंग्रेजी" के लिए सिर्फ औपचारिक प्रशिक्षण लिया था।
यहां ये भी याद रखा जाए कि अपनी बहनों अनुष्का और नादिया के साथ #AntoniaMaino को एक रूसी नाम दिया गया था और वो नाम था "सोनिया..."
आपकी नेता के रूसी लिंक के बारे में बाद में बात करूंगा जो कि और भी दिलचस्प है।
आपकी नेता के रूसी लिंक के बारे में बाद में बात करूंगा जो कि और भी दिलचस्प है।
@JhaSanjay आइए अब मैं "एंटीक थेफ्ट" के मुद्दे के लिए #CBI द्वारा तैयार की गई चार्जशीट के बारे में आपको बताता हूं।
मुझे ये भी उम्मीद है कि इन सब बातो का, तथ्यों का आपको ज्ञान नहीं होगा वरना आप जैसे राष्ट्रवादी, देशभक्त नागरिक ऐसे धोखेबाज व्यक्ति का नेतृत्व क्यूं स्वीकार करते।
मुझे ये भी उम्मीद है कि इन सब बातो का, तथ्यों का आपको ज्ञान नहीं होगा वरना आप जैसे राष्ट्रवादी, देशभक्त नागरिक ऐसे धोखेबाज व्यक्ति का नेतृत्व क्यूं स्वीकार करते।
1978 में, SC जज Mr.A.C.Gupta के नेतृत्व में जांच आयोग ने MTSPL और MHVPL के शेयर खरीदते समय #सोनिया को आपराधिक अपराध में लिप्त पाया था।
अपने अपराधी नेता पर दर्ज चार्जशीट के अंश आप यहां पढ़ सकते हैं @JhaSanjay
साहब
अपने अपराधी नेता पर दर्ज चार्जशीट के अंश आप यहां पढ़ सकते हैं @JhaSanjay
साहब
वोटर्स लिस्ट वाले मामले में उनको एक वर्ष या उससे ज़्यादा की सजा पीपुल्स एक्ट १९५० की धारा ३१ के तहत हो सकती थी क्यूंकि यह अपराध दंडनीय था।
#Antoniamaino यह भी नहीं कह सकती थीं कि वह इस गंभीर अपराध को जानबूझकर नहीं कर रही थी।
#Antoniamaino यह भी नहीं कह सकती थीं कि वह इस गंभीर अपराध को जानबूझकर नहीं कर रही थी।
ऐसा इसलिए है क्योंकि मतदाता बनने के लिए, कोई व्यक्ति चुनाव नियम 1960 के तहत तैयार किए गए फॉर्म 6 को स्वीकार करता है जिसमें भारत की नागरिकता की पुष्टि आवश्यक है। इसलिए ये भारतीय दंड संहिता, धारा 192 और 199, के तहत किए अपराध में भी आता है जिसमे तीन वर्ष की सजा का प्रावधान है।
#AntonioMaino उसकी बहन और माँ Cr.P.C की धारा 319 के तहत बोफोर्स रिश्वत मामले की एफआईआर में शामिल करने के लिए भी उम्मीदवार हैं,
चार्जशीट के अंश ये रहे....
चार्जशीट के अंश ये रहे....
इन चार्जशीट के अभिलेखों में एक पत्र का उल्लेख है जिसमें बताया गया है कि KGB द्वारा इटली में #Maino परिवार को और #AntoniaMaino को कमीशन का नियमित भुगतान किया गया है।
मॉस्को न्यूज़ के यवगेनिया अल्बाट्स के एक लेख में एक रूसी समाचार दैनिक इज़वेस्टिया ने 27 जून 1992 को एक पत्र प्रकाशित किया था जिसे सीपीएसयू की केंद्रीय समिति के तत्कालीन केजीबी प्रमुख, विक्टर चेब्रीकोव द्वारा लिखा गया था।
(चार्ज-शीट अंश)
(द हिन्दू, 27-6-92)
(चार्ज-शीट अंश)
(द हिन्दू, 27-6-92)
कोई बता सकता है कि सोवियत के पेरोल पर #AntoniaMaino क्यों थी?
वह रूसी में धाराप्रवाह क्यों थी?
मैं यह नहीं कह रहा हूं कि वह यूएसएसआर की एजेंट है (थी) किन्तु सच क्या है?
वह रूसी में धाराप्रवाह क्यों थी?
मैं यह नहीं कह रहा हूं कि वह यूएसएसआर की एजेंट है (थी) किन्तु सच क्या है?