गरुड़ ब्रह्मर्षि कश्यप और वनिता के छोटे पुत्र थे। उनके बड़े भाई अरुण भगवान सूर्य के सारथी थे।
अपनी माता को नागमाता कद्रू के दासता से मुक्त कराने के लिए वे देवताओं के यहां से अमृत कलश उठा लाए थे। समस्त देवताओं को हरा कर श्री हरि विष्णु को भी युद्ध में संतुष्ट किया था।
#रामायण
अपनी माता को नागमाता कद्रू के दासता से मुक्त कराने के लिए वे देवताओं के यहां से अमृत कलश उठा लाए थे। समस्त देवताओं को हरा कर श्री हरि विष्णु को भी युद्ध में संतुष्ट किया था।
#रामायण
रामायण में उल्लेख है कि श्री राम और लक्ष्मण जी को नागपाश से मुक्त कराने के लिए वो आए थे। देवताओं ने ही सर्पों को उनका आहार नियुक्त किया है। अतः नागपाश का प्रत्युत्तर उनसे बेहतर कौन हो सकता है।
गरुड़ के अंदर वायु देव से भी ज्यादा वेग है।
@gopugoswami @Aabhas24
गरुड़ के अंदर वायु देव से भी ज्यादा वेग है।
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