अमेरिका ने भारत के पास दवाई मांगी। भारत मानवतावादी देश है और प्रधानमंत्री @narendramodi जी भी मानवतावादी है। इसलिए वो मना भी नहीं करेंगे। पर अपने देश की और पडोसियों की जरूरत को पहले देखेंगे। वही सही है। अमेरिका ने हमारी कुछ कंपनियों को बेन किया हुआ है वो उन्हें हटाना पडेगा




दवा तब मिलेगी। ट्रंप ही कहते है कि मोदी बडे निगोसियेटर है। निगोसिएशन तो सभी करते हैं और करना भी चाहिए। उसमें कुछ गलत नहीं है। मोदीजी की कूटनीति सही है। चीन ने अमानवीय कृत्य किया है तो अमेरिका भी कम नहीं, वुहान में उसके भी तार जुडे हैं। और भारत अब बदल चुका है, ये अमेरिका को पता है
मोदी ने अमेरिका से अपनी मांगे मनवाई।भारतीय फार्मा कंपनियों के लिए अमेरिकी बाजार में अनियंत्रित प्रवेश,
अमेरिका एफडीए द्वारा लगाए गए सभी प्रतिबंधों को उठाएं,
FDA भारतीय फार्मा कंपनियों को परेशान नहीं करेगा। शर्तें मान ली अमेरिका ने।
ट्रंप बिजनेसमेन है तो मोदी कूटनीतिज्ञ है।
अमेरिका एफडीए द्वारा लगाए गए सभी प्रतिबंधों को उठाएं,
FDA भारतीय फार्मा कंपनियों को परेशान नहीं करेगा। शर्तें मान ली अमेरिका ने।
ट्रंप बिजनेसमेन है तो मोदी कूटनीतिज्ञ है।
