दक्षिणपंथीयो का यह कहना खालसा, इस्लाम को खत्म करने के लिए बनाया गया था झूठ है
यह तस्वीर बहादुर सिपाही बचित्तर सिंह की है जो अकेले ही पागल शराबी हाथी से भिड़ गए थे और जख्मी हो गए थे तो इनको गुरु गोविंद सिंह के मुस्लिम भक्त "निहंग खान" ने अपने घर में अपना नकली दामाद बना कर रखा। https://twitter.com/Hajindersingh2/status/1237586467179753478
यह तस्वीर बहादुर सिपाही बचित्तर सिंह की है जो अकेले ही पागल शराबी हाथी से भिड़ गए थे और जख्मी हो गए थे तो इनको गुरु गोविंद सिंह के मुस्लिम भक्त "निहंग खान" ने अपने घर में अपना नकली दामाद बना कर रखा। https://twitter.com/Hajindersingh2/status/1237586467179753478
बाद में जब निहंग खान ने अपनी बेटी की शादी करनी चाहिए तो उसने अपने पिता को यह कहकर मना कर दिया कि मेरी शादी तो उसी दिन हो गई थी जिस दिन आपने औरंगजेब के सिपाहियों से कहा था कि बचित्तर सिंह आपका दामाद है और खुदाई मर्जी से अब बचित्तर सिंह ही मेरा पति है।
यह गुरुद्वारा साहेब लुधियाना के माछीवाड़ा में है जहां पर अपना परिवार शहीद होने के बाद गुरु गोबिंद सिंह जंगलों में रहे थे तो वहां उनके दो घोड़ों के व्यापारी गनी खान और नबी खान थे जो उनके भक्त थे ।
यह गुरुद्वारा उनकी याद में बनाया गया।
यह गुरुद्वारा उनकी याद में बनाया गया।
स्वर्ण मंदिर की यात्रा पर अगर दरबार साहब के साथ लगे इस गुरुद्वारा साहब के दर्शन नहीं करते तो यात्रा पूरी नहीं होती
लाहौर के एक काजी की बेटी माता कौला जी जो 6th गुरु हरगोविंद साहब की भक्त थी, जिनको काजी से बचाकर साईं मियां मीर यहां लाए थे ,उनकी याद में बनाया गया
कौलसर साहिब
लाहौर के एक काजी की बेटी माता कौला जी जो 6th गुरु हरगोविंद साहब की भक्त थी, जिनको काजी से बचाकर साईं मियां मीर यहां लाए थे ,उनकी याद में बनाया गया
कौलसर साहिब

सूफी संत हजरत साईं मियां मीर
सिखों के पांचवें गुरु अर्जन देव जी के जिगरी दोस्त ।
स्वर्ण मंदिर का नींव पत्थर इनसे ही रखवाया गया था
सिखों के पांचवें गुरु अर्जन देव जी के जिगरी दोस्त ।
स्वर्ण मंदिर का नींव पत्थर इनसे ही रखवाया गया था